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अरविंद केजरीवाल ने अभी दो दिन पहले जो मोदी जी के लिए कहा था। एकदम वैसा ही बम उन्हीं के एक पूर्व मिनिस्टर ने इनके सिर फोड़ दिया है। सुनिए पूरा किस्सा क्या है...
अरविंद केजरीवाल जी मोदी..मोदी..मोदी का नाम जपते रहते हैं। ये बात पूरी दिल्ली नहीं, पूरा देश जानता है। घर में पानी नहीं आ रहा जी, ये मोदी जी की चाल है। घर का बल्ब फ़्यूज़ हो गया जी, मोदी जी की चाल है। अजी आज तो हद ही हो गई, मैं घर से अपने कार में ऑफिस जा रहा था, मेरी गाड़ी पंक्चर हो गई जी। मोदी जी और उनकी पार्टी के लोगों ने रास्ते में कीलें बिछाई थी जी। थक गया हूं यार सुनते-सुनते।
अब बुधवार को तो उन्होंने हद्द ही कर दिया। बात में कितना दम है ये नहीं पता। लेकिन जो बात कही है केजरीवाल जी ने पहले वो बताते हैं।
उन्होंने कहा था, "मोदी जी मुझे जान से भी मरवा सकते हैं, ये कुछ भी कर सकते हैं।"
अपने पार्टी के लोगों को भी कह रहे थे। अगर दम है लड़ने का इन ताकतों के खिलाफ़ तो पार्टी में आएं काम करें। वरना अपना देख लें। अभी आगे और भी मुश्किलें आ सकती हैं।
ये है विडियो पूरा देख लीजिए...
https://youtu.be/4pjnAD0z8Ww
?अब केजरीवाल जी पर क्या आरोप लगा वो भी जान लीजिए..
'असीम अहमद खान' आम आदमी पार्टी के एम.एल.ए. हैं। पहले दिल्ली सरकार में 'फ़ूड एंड सिविल सप्लाई' में मंत्री थे। लेकिन केजरीवाल जी ने उनको पिछले साल ही मंत्रालय से निकाल दिया था। करप्शन के नाम पर। और फिर इसकी शिकायत सीबीआई में भी की थी। अब इन्हीं असीम जी ने केजरीवाल जी और इनके कुछ गुंडों से अपने जान को खतरा बताया है।
उन्होंने कहा है कि, "मैं इनकी सरकार में मंत्री था। तो मैं इनके अंदर के बहुत से सीक्रेट भी जानता हूं। मेरे पास कुछ ऑडियो और वीडियो भी हैं। जिन्हें मैं पब्लिक करूंगा। और केजरीवाल जी का असली चेहरा दुनिया के सामने लाऊंगा। इन वजहों से मुझे पिछले 10 महीनों से लगातार आम आदमी पार्टी और केजरीवाल जी के गुंडों से जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं।"
अब इनको जो कहना था वो कह लिए। बात में कितना दम है ये तो तभी पता चलेगा जब मामला किसी कोर्ट के सामने आएगा। लेकिन उससे पहले सबसे ख़ास बात ये देखना होगा, कि स्वयं अरविंद केजरीवाल इस पर क्या कहेंगे।
जैसे मान लो, कोई पूछे उनसे इस पर क्या कहना है आपका? तो वो कहेंगे ये झूठ है जी, मेरे ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं जी। ये सब मोदी जी की चाल है, मुझे फंसाने की।
तब हम कहते हैं, सुनिएगा। ध्यान से। "के कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है, मगर आम आदमी की बेचैनी को बस बादल समझता है।" वहीं पहुंचिएगा जहां पहुंचाना चाह रहा हूं।
वैसे अगर ये सब सच है तो मुझे 'दस' फिल्म की याद आई। 'जम्बवाल' याद है, नहीं तो ये वीडियो देखो..
https://youtu.be/skPT6yipwTc
फिल्म के अंत में सबसे बड़ा वाला आदमी यही निकलता है। ये आदमी ही 'जम्बवाल' है। अब कुछ समझे!!
ये सब चलता रहेगा। आप अपने काम में लगे रहिए। बीच-बीच में ये सब नाटकबाज़ी चलती रहेगी।