देश भर के 2500 से भी ज्यादा पेट्रोल पंप से भी अब पैसे निकालने का इंतज़ाम किया जा रहा है। जहां से हर आदमी अपने क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड को यूज़ करके पैसे निकाल सकता है। क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से मतलब है कोई भी एटीएम कार्ड। लिमिट 2000 रुपए तय की गई है। ये व्यवस्था बहुत जल्द शुरू होने वाली है।
ये फैसला बैंकों के आगे बढ़ रही लाईनों को ध्यान में रख कर लिया गया है। यहीं एक और बात जान लें। ये कोई सरकारी फैसला नहीं है। जितनी भी पब्लिक सेक्टर की तेल कंपनियां हैं। उनमें हिन्दुस्तान पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम हैं। इनकी मीटिंग हुई थी एसबीआई की चेयरमेन अरुंधती भट्टाचार्य के साथ। जिसमें ये प्रपोजल पास हो गया है।
और ये जो सुविधा है वो 24 नवंबर के बाद भी जारी रहेगी। ऐसे भी अभी जितने भी पेट्रोल पंप हैं वो 24 नवंबर तक पुराने 500 और 1000 के नोट ले ही रहे हैं। अभी ये पता नहीं चला है कि ये पेट्रोल पंप कहां के होंगे। क्या ये सिर्फ शहरों में किया जाएगा? या फिर गांव के आस-पास के पेट्रोल पंप पर भी ये सुविधा होगी।
मेन बात ये है कि ये जो ट्रांजेकशन होंगे वो पेट्रोल पंप के ही स्टाफ करेंगे। जिसके लिए एसबीआई वहां एक कस्टमर सर्विस काउंटर जैसा कुछ खोल सकती है। अपको करना कुछ नहीं है। बस वहां जा कर जो एटीएम स्वाइप मशीनें हैं उनमें कार्ड स्वाइप करना है। और उसके बाद जितनी रकम आपको चहिए वो आप ले सकते हैं। लेकिन हर दिन हर आदमी को सिर्फ 2000 रुपए ही मिलेंगे।
खबर में ये भी बात है कि इस फैसिलिटी को आगे 20000 पेट्रोल पंप तक बढ़ाने की तैयारी है। प्रोपोजल में ये बात भी रखी गई थी। जो भी हो अच्छा फैसला है। कम से कम बैंकों के आगे से थोड़ी भीड़ कम होगी। 8 नवंबर की शाम जब प्रधानमंत्री ने ये घोषणा की कि आज रात 12 बजे के बाद से पुराने 500 और 1000 के नोट नहीं चलेंगे तभी से पूरे देशभर में लोगों को हो रही प्रॉबलम पर सवाल उठाया जा रहा था।
हम ये बिल्कुल भी नहीं कहना चाह रहे कि ये फैसला सही था या गलत। वो आपको सोचना है आपको तय करना है। कहीं ये जल्दीबाजी में लिया गया फैसला तो नहीं।