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ट्रेन के हॉर्न की बात करते ही दिमाग में प्लेटफॉर्म पर खड़े होने जैसी फीलिंग आने लगती है। पटरियों पर तेज रफ्तार से गुजरती ट्रेन जब हॉर्न बजाते हुए गुजरती है तो उसका एहसास प्लेटफॉर्म पर खड़े यात्रियों को भी होता है। अगर ट्रेन धीरे आ रही है तो यात्री अपने सामान के साथ मुस्तैदी से खड़े हो जाते हैं। जिनके पास रिजर्वेशन है वो अपनी सीट ढूंढता है और जिसके पास रिजर्वेशन का टिकट नहीं है वो बैठने का जुगाड़ ढूंढता है। हिंदुस्तान में रहने वाले लोगों का ट्रेन के साथ अपना-अपना एक्सपीरियंस होता है।बहरहाल हम आपको ट्रेनों की हॉर्न से जुड़ी दिलचस्प जानकारी दे रहे हैं। ट्रेन का हॉर्न सुनकर आप आंखें भींच लेते हैं क्योंकि इसकी तेज आवाज सब कुछ हिलाकर रख देती है। लेकिन क्या आपको पता है कि ट्रेन के लोकोपॉयलेट 9 अलग-अलग तरह के हॉर्न बजाते हैं। सबके अलग-अलग मतलब होते हैं। तो चलिए बताते हैं आपको इन्हीं हॉर्न्स के बारे में…
1.एक शॉर्ट हॉर्न
इसका मतलब ट्रेन यार्ड में आ गई है और उसकी सफाई का वक्त भी हो गया है।
2. दो शॉर्ट हॉर्न
इसका मतलब ट्रेन चलने के लिए तैयार है।
3. तीन शॉर्ट हॉर्न
इस तरह के हॉर्न आपने शायद ही सुना होगा। दरअसल तीन शॉर्ट हॉर्न, इमरजेंसी सिचुएशन के दौरान बजती हैं। इसका मतलब है कि लोकोपायलट का कंट्रोल इंजन से छूट चुका है। ये हॉर्न ट्रेन के गार्ड के लिए एक संकेत है कि वो वैक्यूम ब्रेक से ट्रेन को रोके।
4. चार शॉर्ट हॉर्न
इसका मतलब है कि ट्रेन में तकनीकी खराबी है और ट्रेन इससे आगे जाने की स्थिति में नहीं है।
5. दो छोटे और एक बड़ा हॉर्न
ऐसा हॉर्न दो स्थिति में बजते हैं। या तो किसी ने चेन पुलिंग की है या फिर गार्ड ने वैक्यूम प्रेशर ब्रेक लगाए हैं।
6. लंबा बजने वाला हॉर्न
अगर ट्रेन लगातार हॉर्न बजा रही है तो इसका मतलब है कि वो प्लेटफॉर्म पर नहीं रुकेगी।
7. दो बार रुक-रुक कर बजने वाला हॉर्न
ये हॉर्न किसी क्रॉसिंग के करीब आने पर बजाया जाता है ताकि कोई रेलवे क्रॉसिंग के आस-पास न आ सके।
8. दो लंबे और एक छोटा हॉर्न
ऐसा हॉर्न तब बजाया जाता है जब ट्रेन अपना ट्रैक चेंज करती है।
9. छ: बार छोटे हॉर्न
ऐसा हॉर्न तब बजाया जाता है जब लोकोपायलट को किसी खतरे का आभास होता है।