विस्तार
डोनाल्ड ट्रंप दुनिया के सबसे ताकतवर देश कहे जाने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति है, इसलिए वह सबसे जबर हैं! तो मान लीजिए कि जबर जो करे, वो जायज है! इसका सटीक उदाहरण इस बात से है कि चुनाव कैंपेनिंग से लेकर अब तक ट्रंप की भाषा मुसलमानों और मुस्लिम देशों के प्रति तल्ख रही है, यहां तक कि ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही 7 मुस्लिम देशों (सीरिया, सूडान, इराक, ईरान, सोमालिया, यमन और लीबिया) के नागरिकों की अमेरिका में एंट्री पर रोक भी लगा दी थी। लेकिन अब अचानक से वह खुद को मुसलमानों क सच्चा हितैषी दिखा रहे हैं।
ट्रंप अपनी पहली विदेश यात्रा पर मुस्लिम देश सऊदी अरब जा रहे हैं। वह रियाद में करीब 50 मुस्लिम देशों के नेताओं से मिलेंगे, उनके साथ भोजन करेंगे और इस्लाम की कट्टर वाली शिक्षाओं पर लेक्चर देंगे।
ट्रंप की इस उदारता को मुस्लिम देश कौतुहलवश देख रहे हैं और समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर क्या हो रहा है?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एचआर मैकमास्टर ने ट्रंप के प्रस्तावित सऊदी दौरे के जानकारी दी। उधर सऊदी ने भी ट्रंप के स्वागत की पूरी तैयारी कर ली है, ट्रंप के दौरे की जानकारी के लिए चार भाषाओं में वेबसाइट्स लॉन्च की गई हैं।
ट्रंप शनिवार को सऊदी के किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज से मुलाकात करेंगे।
मुस्लिम देशों की ट्रंप की यात्रा के एजेंडे में अगर इस्लाम की कट्टरपंछी शिक्षाएं पर चर्चा और सुधारवादी शिक्षाओं का प्रचार है तो यह काम तो वह व्हाइट हाउस में बैठकर भी कर सकते हैं।
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका में हेट क्राइम का ग्राफ बढ़ा ही है, वहीं, एक बड़ा वर्ग अब तक ट्रंप को बतौर राष्ट्रपति नहीं अपना पाया है। इस सब के लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो वह ट्रंप ही हैं, जो सबसे बड़े पद पर आसीन होने के बावजूद जनता में भरोसा जगाने में नाकाम ही रहे हैं। इसकी एक वजह ट्रंप का मीडिया के प्रति गलतफहमी भी है। ट्रंप अब तक एक नहीं, कई मौकों पर मीडिया को भला बुरा कह चुके हैं। वह मीडिया पर खबरें सही तरीके से पेश न करने के दर्जनों आरोप लगा चुके हैं। ऐसा ही रवैया उनका मुसमानों और मुस्लिम देशों के प्रति रहा है। सीधे कहें तो ट्रंप ने पहले जख्मों को कुरेद-कुरेद कर नासूर बनाया और अब उन पर मलहम लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जाहिर ऐसा रवैया संदेहास्पद लगता है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर ट्रंप मुसलमानों के ही गढ़ में इस्लाम संबंघी उन्हें क्या शिक्षाएं देंगे।