कौए के हमलों में बीत रही शख्स की जवानी, चौंक जाएंगे आप जानकर इस बदलापुर की कहानी
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Published by:
Ayush Jha
Updated Fri, 06 Sep 2019 01:58 PM IST
प्रतिकात्मक तस्वीर
- फोटो : social media
आपने किस्से-कहानियों में ये बात तो जरूर सुनी होगी कि नाग की मौत का बदला नागिन हर कीमत पर लेती है और उस व्यक्ति का पीछा वो तब तक करती रहती है, जब तक कि वो अपना बदला पूरा नहीं कर लेती। आमतौर पर अगर हम अपने नापसंद लोगों के प्रति दुश्मनी पाल लेते हैं तो उसकी तुलना भी हम लोग सांप की दुश्मनी से की जाती है, लेकिन क्या आपने कभी कौआ को किसी से बदला लेते हुआ सुना है?
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ये कहानी थोड़ी अजीब है, लेकिन यकिन मानिए कहानी बिलकुल सच है। मामला मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले का है। जहां शिवा केवट नाम का शख्स इन दिनों कौआ को लेकर खूब सुर्खियां बटोर रहा है। अजी सुर्खियां नहीं भई खुद को कौआ के आंतक बचाने की कोशिश करता है।
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शिवा की कहानी 'फिर हेरा फेरी' में 'जॉनी लीवर' के जैसी है। अब भईया फिल्म में तो जॉनी साहब ने गोरिल्ला का केला खाया था इसलिए गोरिल्ला ने जॉनी लीवर का जीना हराम कर दिया था। ऐसा ही शिवा की कहानी में भी है, लेकिन शिवा ने कौआ का खाना नहीं छीना बल्कि मदद करने की कोशिश की थी।
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शिवा ने बताया कि बीते 3 वर्ष पहले वह बदरवास जा रहा था जहां इस दौरान रास्ते में एक जाली में कौए का बच्चा फंसा दिखा था। उसकी जान बचाने की कोशिश की थी, लेकिन कौए का बच्चा मर गया। इसके बाद से ही कौए शिवा को परेशान करने लगे हुए है।
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हर दिन शिवा जब घर से बाहर निकलता है तो कौआ अपनी चोंच से उस पर हमला कर देते है। शिवा का कहना है कि पहले वह घर से आराम से निकलता था, लेकिन अब अपनी सुरक्षा के लिए दिन में लाठी-डंडों की जोड़ी के साथ निकलना पड़ता है।
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शिवा यूं तो होटल में काम करता है। हर आम आदनी की तरह उसका काम शाम तक निपट जाता है, लेकिन वो कौओं के हमले से बचने के लिए अंधेरा होने का इंतजार करता है, ताकि कौए अपने घोंसलों में पहुंच जाए और वो सुरक्षित अपने घर पहुंच सके।
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शिवा बताता है कि हमलावर कौए दो हैं, जिसमें संभवत: एक उस मृत कौए के बच्चे की मां है। अमूमन यह माना जाता है कि कौए कुछ दिन तक अपने दुश्मन को याद रखते हैं, लेकिन शिवा उनकी दुश्मनी को पिछले तीन साल से झेल रहा है।