उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक किसान अपने जिंदा होने का प्रमाण देने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। हद तो तब हो गई, जब लेखपाल ने उसे जीवित दर्शाने के लिए 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी।
दरअसल, यह मामला करहल क्षेत्र के गांव एमनपुर निवासी किसान सूरजपाल से जुड़ा है। सूरजपाल अभी जीवित है, लेकिन यह बात साबित करने के लिए उसे प्रशासन के सामने काफी जद्दोजहज करनी पड़ रही है। बता दें की सूरजपाल को जानने वाला हर शख्स उसे जिंदा देख रहा है, लेकिन सरकारी कागजों में उसे मृत घोषित कर दिया गया है।
सूरजपाल का आरोप है कि दोबारा से उसे जीवित दर्शाने के लिए लेखपाल ने उससे 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी है। किसान इतना संपन्न नहीं है, जो लेखपाल की इस मांग को पूरा कर सके। सूरजपाल खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है, क्योंकि उसे सरकारी अभिलेखों में पहले ही मृत घोषित कर दिया गया है।
पीड़ित किसान ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र सौंपते हुए कहा है कि हल्का के लेखपाल ने जीवित होते हुए भी तहसील के कुछ कर्मियों से मिलीभगत कर उसकी जमीन की फौती एक दूसरे व्यक्ति के नाम कर दी है। जब किसान को यह बात पता चली तो उसके होश उड़ गए।
पीड़ित किसान सूरजपाल ने लेखपाल से कहा कि वो जीवित है और फौती को बदलो, तो लेखपाल ने इसके बदले में 20 हजार रुपये मांग लिए। अब पीड़ित किसान ने जिलाधिकारी से न्याय दिलाने की मांग की है।