हद्द है भैया। हद्द है मतलब हद्द ही है। क्या? सऊदी अरब। जानते ही होंगे। एक अरब कंट्री है। कानून उसके अपने हैं। जो कि हर देश का होता है। लेकिन इनका हिसाब किताब कुछ अलग ही है। और आज की तारीख में ये बहुत ही अजीब है। पता नहीं इस तरह के कानूनों पर आज तक यूएन जैसी संस्था की नज़र क्यों नहीं गई। या फिर इसे जान बूझ कर इग्नोर किया जा रहा है।
अभी लेटेस्ट क्या खबर आई है। खबर ये है कि पुलिस ने एक यूट्यूब वीडियो के आधार पर कुछ लड़के-लड़कियों को अरेस्ट किया है। अभी सिर्फ अरेस्ट किया गया है। फिर सज़ा होनी बाकी है अभी। एक वीडियो जो कि यू-ट्यूब पर वायरल हो रहा था।
अब इनलोगों का क्या होगा ये तो अब ख़ुदा ही जानें। लेकिन जो भी होगा। वो सही नहीं होगा। यूएन जैसी संस्थाओं को इन सब मुद्दों पर भी विमर्श की जरूरत है।
अब बताइए। कितना अजीब है ये। खैर अजीब की इन्तेहां यहीं नहीं होती साहब। जैसे किसी को मौत की सज़ा होती है। किसी को हाथ काट देने की भी। लेकिन इन सब में सबसे खतरनाक बात ये है कि ये सजाएं जो हैं वो बीच चौराहे पर दी जाती है।
आखिर इसके पीछे की वजह क्या है न ही आज तक मुझे समझ आया। और न ही कभी मैंने पूरी सिद्दत से इसे समझने की कोशिश की। क्योंकि मानवीय मूल्यों के आधार पर मुझे ये हमेशा से ही गलत लगा है।
लड़कियां क्या पार्टी करने के बाद उन्हें छुआछूत की बीमारी हो जाती है ? नहीं क्या हो जाता है? आखिर सऊदी अरब वाले चाहते क्या हैं? आपको कुछ समझ आए तो बताएं। कमेंट बॉक्स आपके लिए ही है मालिक हुज़ूर!