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आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर लोग हंसी-मजाक करना भूलते जा रहे हैं। लोग हंसने-मुस्कुराने को नजर अंदाज कर देते हैं। दरअसल, हंसने से हमारा रक्त संचार सही रहता है जिससे दिल की बीमारियों के होने की संभावना भी काफी कम हो जाती है। इसके साथ ही हम शारीरिक तौर पर भी खुद में हल्का महसूस करते हैं और हमारी याददाश्त भी बढ़ती है। हंसने के एक नहीं कई फायदे हैं, इसलिए आज हम आपके लिए बहुत ही मजेदार जोक्स लेकर आए हैं जिन्हें पढ़ने के बाद आप हंस हंसकर लोटपोट हो जाएंगे। तो आइए शुरू करते हैं हंसने और हंसाने का सिलसिला..
टीचर ने चिंटू से पूछा-
टीचर- चिंटू, उसने कपड़े धोए और उसे कपड़े धोने पड़े। इन दोनों वाक्यों में अंतर क्या है ?
चिंटू - सर, पहले वाक्य से पता चलता है कि व्यक्ति कि शादी नहीं हुई है,
जबकि दूसरे वाक्य से उसके शादी-शुदा होने का पता चलता है।
टीचर अभी तक बेहोश है,
टीचर - पिंटू, 'सांप की दुम पर पैर रखना' मुहावरे का अर्थ बताओ
पिंटू- पत्नी को मायके जाने से रोकना।
टीचर पिंटू के इतने गहरे ज्ञान से हैरान हैं।
टीचर – संजू यमुना नदी कहां बहती है ?
संजू – जमीन पर
टीचर – नक्शे में बताओं कहां बहती है ?
संजू – नक्शे में कैसे बह सकती है, नक्शा गल नहीं जाएगा।
टीना ट्रेन में मिंटू से बोली- क्या मैं यहां बैठ सकती हूं?
मिंटू - हां हां, बिल्कुल, अपनी ही सीट समझो.
टीना - क्या मैं आपकी बोतल से थोड़ा पानी पी सकती हूं?
मिंटू - हां हां, जरूर।
टीना- अगला स्टेशन कौन-सा है भैया?
मिंटू - मेरे दिमाग में कोई जीपीएस नहीं लगा है।
डॉक्टर - खाना कहां खाते हो?
पिंटू - रोजाना होटल में ही खाता हूं।
डॉक्टर - अरे रोजाना होटल में खाना मत खाया करो।
पिंटू - ओह! ठीक है अब पैक करा के घर ले आया करुंगा।
डॉक्टर बेचारा बेहोश हो गया।