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चीन में भगदड़ मची है। कॉलेज से निकलते ही यहां के लड़के और लड़कियां डॉक्टर साहब की क्लीनिक में धमक रहे हैं। लाखों रुपये पानी की तरह बहाए जा रहे हैं। और दलील यह दी जा रही है कि ये सारा ताम-झाम दो वक्त की रोटी कमाने के लिए किया जा रहा है।
चाइना मेडिकल ट्रीटमेंट ओर्थोपेडिक्स एंड ब्यूटी एसोसिएशन का कहना है कि यहां प्लास्टिक सर्जरी कराने वाले युवाओं में 40 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। दरअसल, यहां के युवा अपनी दबी नाक और छोटी आंखों से खुश नहीं हैं। उनका मानना है कि वह अच्छे नहीं दिखते जिसकी वजह से उनका आत्मविश्वास भी कमजोर होता है।
कॉस्मेटिक सर्जरी करने वाले युवाओं का मानना है कि अगर वे अच्छे दिखेंगे तो उनके लिए नौकरी के नए अवसर पैदा होंगे। हालांकि, सर्जरी करने वालों की तादाद में आए उछाल के पीछे एक वजह यह भी है कि यहां के लोगों की औसत कमाई भी बढ़ी है। तभी तो ऊपरवाले की दी शक्ल पर वे अपनी कलाकारी करने में जुटे हैं।
चीन की मजबूत होती अर्थव्यवस्था की वजह से यहां के लोगों की खर्च करने की क्षमता भी बढ़ी है। मामूली से फेसलिफ्ट के लिए पांच लाख रुपये लग जाते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि ऐसी सर्जरी कराने वाले ज्यादातर वे लोग हैं जिनकी उम्र 30 बरस से कम है। जाहिर है इस काम में उनके मां-बाप भी साथ दे रहे हैं।