नारंगी और गुलाबी रंगों से पुते घर, खूबसूरत अकार में कटे हुए पेड़ और उनपर बंधे रंगबिरंगे रिबन, और हवा में तैरती ताजा लैवेंडर की खुशबू । नोइवा डो कॉर्डेइरो में सबकुछ, दक्षिण-पूर्व ब्राजील की पहाड़ियों में बसा वो रहसयमयी गांव है जहां हर चीज में स्त्री का स्पर्श है।
जानकर आपको आश्चर्य होगा की रियो डी जनेरियो से 300 मील उत्तर में स्थित छोटा सा गांव जहां लगभग 600 महिलाये रहती हैं जिनमें से 300 कामकाजी उम्र की महिलाएं हैं और अधिकाधिक 20 से 25 वर्ष की महिलाएं हैं।
हैरान करने वाली बात ये है कि ये गांव करीब एक सदी से बाहरी दुनिया से कटा हुआ है और अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं।इतना ही नहीं एक और रहस्य की बात ये है कि ये दुनिया का एक मात्र ऐसा गांव है जहां पर लड़कियां लड़को का बेसब्री से इंतजार करती है। वैसे तो सभी जगह लड़के लड़कियां के लिए तरसते हैं लेकिन इस गांव में ऐसा नहीं है।
इस गांव में लगभग 600 महिलाएं रहती है। लेकिन इस गांव में ऐसे लड़के मिलना मुश्किल है जिनकी शादी नहीं हुई हो। यहां पर लड़कियों की तलाश अधुरी रह जाती है। लड़को की कमी का सबसे अहम कारण है कि यहां के सभी पुरूष शहरों में काम के लिए चले जाते है।बाद में इलाके की पुरी जिम्मेदारी महिलाओं के कंधे पर आ जाती है।
यहां की सभी लड़कियों का कहना है कि वे सभी प्यार और शादी का सपना देखती है। लेकिन ये गांव वे नहीं छोड़ सकती है।वे चाहती हैं कि शादी के बाद लड़का उनके कस्बे में आकर वहीं के नियम-कायदों को मानते हुए रहे।यहां की कुछ महिलाओं की शादी हो चुकी है लेकिन महिलाओं के पति औऱ 18 साल से बड़े लड़के काम के कारण गांव से बाहर जाना पड़ता है। यहां खेती-किसानी से लेकर बाकी सभी काम महिलाएं ही संभालती हैं। इस गांव की पहचान मजबूत महिला समुदाय की वजह से है।