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बिहार के राजनीतिक अखाड़े में कई दिन तक चले दंगल में
नीतीश कुमार सुल्तान पार्ट-2 बन गए हैं। उन्होंने लालू को ऐसा प्रसाद दिया है, जिसे वो न खा पा रहे हैं, न खिला पा रहे हैं। कहते हैं राजनीति में कोई सगा नहीं होता लेकिन सोशल मीडिया में एक तस्वीर वायरल हो रही है जिससे पता चलता है कि पहला प्यार भुलाया नहीं जा सकता।
इस तस्वीर में पीएम मोदी नीतीश कुमार से बोल रहे हैं कि अब तो खुश हो न। इस पर नीतीश चुटकी लेते हुए जवाब देते हैं कि मुश्किल से हंसी रोके हैं, हंसाइये मत....। हालांकि पीएम मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं, जिन्होंने किसी मुख्यमंत्री के इस्तीफे पर बधाई दी हो और नीतीश दुनिया के पहले ऐसे शख्स है जो अपने इस्तीफे पर बधाई पाकर खुश हैं।
नीतीश के इस्तीफे के बाद पीएम का मैगी से प्रभावित होकर बस दो मिनट में बधाई संदेश साबित करता है कि वाकई भारत डिजिटल के स्वर्णिम युग में पहुंच चुका है और उनकी नजर देश के अंतिम व्यक्ति तक है। बात निकली है कि लालू के लाल की वजह से सारा बवाल हुआ है, लेकिन बाल में खाल निकालने का काम कहीं दूसरी तरफ इशारे की उंगली कर रहा है।
वैसे तो बिहार की सड़कें अपने खतरनाक मंसूबों के लिए मशहूर हैं। जहां पटना के गांधी सेतु से निकलने में लोग लंच-डिनर एकसाथ कर लेते हैं, वहीं तीन घंटे के अंदर जेडीयू-भाजपा के विधायकों का पटना पहुंच जाना बताता है कि महागठबंधन के श्राद्ध की खिचड़ी पहले ही पक ही नहीं चुकी थी, बल्कि परोसी भी जा चुकी थी।
बस इंतजार था तो खिचड़ी पर मेहमानों के टूट पड़ने का। इस से अब तो सोनम गुप्ता भी कहने लगी है कि नीतीश बाबू बेवफ़ा हैं।