हमारे शरीर के लिए अच्छा खाना और अच्छी हवा जितनी जरूरी है, उतना ही जरूरी हमारे लिए हंसना भी होता है। हंसने से हमारा शरीर ही नहीं बल्कि हमारा मन भी स्वस्थ रहता है। दरअसल, आजकल हम सभी की ज़िंदगी में इतनी भागदौड़ हो गई है कि सेहतमंद रहना भी हमारे लिए एक चुनौती बन गया है। हमें खुद का ख्याल रखने के लिए भी समय नहीं मिलता है। ऐसे में अगर आप रोजाना हंसते हैं, तो आप अपनी सेहत को काफी हद तक फायदा दे सकते हैं। रोज हंसने की आदत डालने से कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। इसके अलावा आप मानसिक तौर पर भी बेहद ताजा महसूस करेंगे। ऐसे में चुटकुले आपको कभी भी और कहीं भी हंसा सकते हैं। तो आइए शुरू करते हैं, हंसने हंसाने का ये मजेदार सिलसिला...
ट्रेन में सांता के 100 रुपये गुम हो गये।
तभी एक मुसलमान बोला- “या अल्लाह बिसमिल्लाह”
सांता- तुझे बीस मिला तो साला बाकी का 80 किसको मिला?
पप्पू- मैं अपनी बीवी से परेशान हो चुका हूं यार।
बंटू- क्यों, ऐसा क्या हो गया?
पप्पू- यार वो सारा दिन यूट्यूब पर पकवानों की रेसिपी ही देखती रहती है।
बंटू- हां... तो इसमें दिक्कत की क्या बात है?
पप्पू- शाम को बनाती तो दाल-चावल ही है न।
नए पड़ोसी ने पूछा बेटा तुम किस खानदान से हो।
लड़का- जानवरों के खानदान से।
पड़ोसी- मतलब
लड़का- जी मेरे पिता जी मुझे गधा कहते हैं, मम्मी कुत्ता कहती हैं,
बहन मुझे बन्दर कहकर चिढ़ाती हैं, टीचर मुझे सुअर कहते हैं,
और मेरे दादा जी कहते हैं- वाह मेरे बब्बर शेर।
ट्रेन में लिखा था, 'बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्री होशियार'।
उसी ट्रेन में चिंटू भी जा रहा था।
उसने ये लाइन पढ़ी और बोला- वाह, जो टिकट न खरीदें वो होशियार
हमने जो खरीद के रखी है तो हम बेवकूफ हैं क्या?
रामू- ये बैंक से पैसा क्यो नही निकल रहा है?
मैनेजर- बैंक में पैसे नहीं है !!
रामु- क्यो नही है जब भी आओ तो पैसे रहता ही नही है !!!!
मैनेजर- शांति से बात करो !!
रामु- बुलाओ कहा है शांति बताओ तो?