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तस्वीरों में मजमा लगा दिखाई देता है। भीड़ अपलक एक जगह पूरा ध्यान लगाकर एकाग्रचित है। बोली लग रही है। करारे नोटों की गड्डियां एक के बाद बोली लगाकर गिनी जा रही हैं। खबर है कि एक चायवाले ने अपनी 6 बेटियों की शादी में 1 करोड़ 51 हजार रुपये बतौर शगुन (दहेज की रकम) बोली लगाकर दिए हैं। इतनी रकम को बोरी में भरकर ले जाया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते पांच अप्रैल को भिवाड़ी इलाके में चाय की दुकान चलाने वाले रामपुरा निवासी लीलाराम गुर्जर ने अपनी और अपने भाई की बेटियों की शादी कराई। शादी के फेरे पूर होने के बाद लीलाराम ने बिरादरी के लोगों के सामने दहेज की रकम बोली लगाकर गिनी। वह तब तक बोली लगाते रहे जब तक रकम ने 1 करोड़ 51 हजार रुपये का आंकड़ा नहीं छू लिया। किसी ने मोबाइल से इस घटनाक्रम का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर लिया। वीडियो वायरल होते ही प्रशासन की आंखें उस पर ठिठक गईं। आयकर विभाग ने लीलाराम के घर पर दबिश दी। परिवार घर से गायब है। आयकर विभाग उनके घर पर नोटिस चिपका आया है और लीलाराम की तलाश हो रही है।
खबरों के मुताबिक लीलाराम ने एक साथ 6 बेटियों की शादी कराई। चार बेटियां नाबालिग थी, इसलिए उनका नाम शादी के कार्ड पर नहीं छापा गया। स्थानीय लोग दबी जबान से बता रहे है कि गांव में दरअसल शादियों में इस तरह का रिवाज है जो बहुत समय से चला आ रहा है। लेकिन प्रशासन के गले से यह बात नीचे नहीं उतर रही है कि इतनी बड़ी रकम बिना बैंक खाते वाले एक चायवाले के पास कहां से आई। वह भी तब जब नोटबंदी बीते कुछ दिन ही हुए हैं। फिलहाल इस पूरे मामले की और अपडेट आना बाकी है।